आईएसएसएन: 2469-9837
दिमित्रीवा एलेना जर्मनोव्ना
दुर्भाग्य से, पिछले कुछ वर्षों में परिवारों में हिंसा के शिकार लोगों की संख्या में वृद्धि ही हुई है। आंकड़े बताते हैं कि रूस में हर साल अलग-अलग उम्र के लगभग 17 हज़ार बच्चे हिंसक अपराधों का शिकार बनते हैं। हर साल लगभग दो मिलियन बच्चों को उनके माता-पिता द्वारा पीटा जाता है, 10 हज़ार से ज़्यादा नाबालिग अपने खिलाफ़ किए गए अपराधों के परिणामस्वरूप अपंग हो जाते हैं। इनमें से 10% बच्चों की पिटाई से मौत हो जाती है और 2 हज़ार बच्चे आत्महत्या कर लेते हैं। 50 हज़ार से ज़्यादा बच्चे अपने माता-पिता से बचाए जाने के बाद घर छोड़ देते हैं।