आईएसएसएन: 2161-0932
मिलन कुडेला, पेट्र डेज़विनकुक, रेडिम मारेक, कारेल हुमल, पावेल हेज्तमानेक और राडोवन पिल्का
उद्देश्य: यहोवा के साक्षियों के चर्च से संबंधित रोगियों में विभिन्न रोगों के शल्य चिकित्सा उपचार के संबंध में हमारे अनुभव को प्रस्तुत करना।
विधियाँ: अध्ययन में यहोवा के साक्षियों के चर्च से जुड़े 34 मरीज़ शामिल थे जिन्होंने रक्त आधान को अस्वीकार कर दिया था। इन मरीजों पर ऑपरेशन घातक और सौम्य विकारों के लिए किए गए थे जिन्हें रूढ़िवादी चिकित्सीय प्रक्रियाओं द्वारा ठीक नहीं किया जा सकता था।
परिणाम: ऑपरेशन रिकॉर्ड का मूल्यांकन कई मानदंडों के अनुसार किया गया जिसमें सर्जिकल प्रक्रिया का प्रकार, अनुमानित रक्त की हानि की मात्रा, ऑपरेशन के बाद की जटिलताएँ और सर्जिकल उपचार का परिणाम शामिल था। रोबोटिक सर्जरी से सबसे कम रक्त की हानि हुई।
निष्कर्ष: यहोवा के साक्षी रक्त आधान से इनकार करने के कारण रोगियों के जोखिम समूह का प्रतिनिधित्व करते हैं। ऑपरेशन के लिए संकेत और उसका प्रदर्शन गंभीर निर्णय कदम दर्शाते हैं जो हमेशा जोखिम की एक निश्चित डिग्री से जुड़े होते हैं। हालाँकि जब रक्तहीन सर्जरी के सिद्धांतों का पालन किया जाता है तो चिकित्सीय परिणाम बहुत अच्छे होते हैं और उचित रूप से संकेतित मामलों में जोखिम की गुंजाइश स्वीकार्य होती है।