आईएसएसएन: 2376-130X
किशोर अरोड़ा
रासायनिक विज्ञान के आधुनिक युग में पारंपरिक तरीकों के उपयोग के बिना मानव जाति की सेवा के लिए नए और उपयोगी यौगिकों को विकसित और डिजाइन करना एक मांग है। कार्यकर्ता अतीत से ही पारंपरिक संश्लेषण विधियों का उपयोग करके प्रयोगशालाओं में नए यौगिकों की श्रृंखला विकसित करने और संश्लेषित करने की कोशिश कर रहे थे और उसके बाद वे उनके गुणों की जांच करते थे। यह प्रक्रिया समय लेने वाली है और इससे बड़ी संख्या में यौगिकों का संश्लेषण होता है। यौगिकों के डिजाइन के क्षेत्र में कुछ हालिया रुझान उभरे और विकसित हुए हैं जिनमें माइक्रोवेव संश्लेषण, कंप्यूटर एडेड डिजाइनिंग आदि शामिल हो सकते हैं। इन विधियों में से यह प्रस्तुति/लेख पीसी पर यौगिकों के स्पेक्ट्रा के कंप्यूटर एडेड सिमुलेशन पर ध्यान केंद्रित करेगा। ये कम्प्यूटेशनल विधियाँ कम समय लेने वाली हैं, इनमें त्रुटि की संभावना कम है, ये कम प्रदूषण को नियंत्रित करने और कम प्रदूषण पैदा करने में सहायक हैं और इस तरह के अध्ययनों में वांछित गुणों वाले यौगिकों को डिजाइन करने में सहायक साबित हो सकती हैं। इस प्रस्तुति में कम्प्यूटेशनल विधियों, विशेष रूप से अर्ध-अनुभवजन्य विधियों का परिचय शामिल है। इन विधियों और उनके अनुप्रयोगों के पीछे थोड़ा सा सिद्धांत और सरल कार्बनिक यौगिकों के स्पेक्ट्रा के सिमुलेशन में सॉफ़्टवेयर/एस विधियों का उपयोग।