आईएसएसएन: 2167-0269
दास जे* और तालुकदार डी
बांग्लादेश से असम में अवैध प्रवास असमिया लोगों की पहचान के लिए एक गंभीर सुरक्षा खतरा बन गया है। यह असम के सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक माहौल पर प्रतिकूल प्रभाव डालता है, जिससे कानून और व्यवस्था की समस्याएँ पैदा होती हैं, जहाँ बड़ी संख्या में अप्रवासी मौजूद हैं। अप्रवासियों का प्रवाह ब्रिटिश शासन के दौरान शुरू हुआ और आज भी खींचतान और दबाव के कारकों के कारण जारी है। मजबूत कानून और राजनीतिक इच्छाशक्ति की कमी के कारण अवैध प्रवासियों को वापस भेजना मुश्किल हो जाता है, क्योंकि अवैध प्रवासियों का इस्तेमाल विभिन्न राजनीतिक दलों द्वारा वोट बैंक के रूप में किया जाता है। अध्ययन में दिए गए डेटा से संकेत मिलता है कि यदि तुरंत आवश्यक कदम नहीं उठाए गए, तो पूर्वोत्तर भारत की बड़ी बहन असम बहुत जल्द भारत के नक्शे से अपनी पहचान खो देगी। अवैध प्रवास असम में सामाजिक और जातीय हिंसा के प्रमुख कारणों में से एक है। इसलिए यह सही समय है कि भारत अवैध प्रवासियों के खिलाफ सख्त कदम उठाए, जो देश की सुरक्षा के लिए एक वास्तविक खतरा बन गए हैं। इस समस्या से निपटने के लिए, इस पेपर में कुछ सुझाव दिए गए हैं।