आईएसएसएन: 2593-9173
अबेरा तेशोमे अलेलि
इस लेख में कई शोध पत्रों की समीक्षा की गई है और जानकारी एकत्र की गई है तथा उसका पता लगाया गया है। समीक्षा से पता चला है कि अधिकांश डेयरी वालों की यह धारणा है कि खराब गुणवत्ता वाला दूध मानव (उपभोक्ताओं) के स्वास्थ्य को प्रभावित करता है। लेकिन स्वच्छता अभ्यास से संबंधित मुख्य समस्या यह है कि छोटे डेयरी उत्पादकों द्वारा पालन किए जाने वाले कोई मानक (स्पष्ट कट बिंदु) नहीं हैं। उत्पादक वही करते हैं जो उन्हें गुणवत्ता बनाए रखने के लिए सही लगता है जैसे डिटर्जेंट और सैनिटाइज़र के बिना दूध निकालने से पहले अपने हाथ धोना। इस समीक्षा में यह भी पाया गया कि देश के अधिकांश हिस्सों में छोटे किसान दूध के बर्तनों को साफ नहीं करते हैं, यहां तक कि वे उन्हें धोते भी नहीं हैं। लेकिन कुछ मामलों में वे धूम्रीकरण और धूम्रपान जैसे अपने स्वदेशी ज्ञान का उपयोग करते हैं।