आईएसएसएन: 2161-0932
मोहन सी. रेग्मी, पप्पू रिजाल, अजय अग्रवाल और ध्रुबा उप्रेती
पृष्ठभूमि: समय से पहले जन्म नवजात मृत्यु दर और रुग्णता का प्रमुख कारण है। विकासशील देशों में, यह एक बड़ा स्वास्थ्य खतरा है। लेकिन इसे रोकने के लिए बहुत कम साक्ष्य आधारित हस्तक्षेप हैं। यह अध्ययन समय से पहले जन्म की रोकथाम पर केंद्रित है।
विधियाँ: बीपी कोइराला इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ साइंसेज में एक यादृच्छिक नियंत्रित परीक्षण किया गया, जहाँ 60 रोगियों को टोकोलिसिस के साथ समय से पहले प्रसव की गिरफ्तारी के बाद समूह 1 (n=29, साप्ताहिक इंट्रामस्क्युलर प्रोजेस्टेरोन) और समूह 2 (n=31, कोई उपचार नहीं) में यादृच्छिक रूप से विभाजित किया गया। प्रसव तक उनकी विलंबता अवधि और समय से पहले प्रसव की पुनरावृत्ति और नवजात परिणामों की तुलना की गई।
परिणाम: प्रोजेस्टेरोन समूह में समय से पहले प्रसव की पुनरावृत्ति में महत्वपूर्ण कमी और विलंब अवधि में वृद्धि देखी गई। हालाँकि नवजात शिशुओं के परिणाम समान थे।
निष्कर्ष: प्रोजेस्टेरोन समय से पूर्व प्रसव वाले रोगी में समय से पूर्व प्रसव की पुनरावृत्ति को कम करने में उपयोगी है।