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तारासिंह पटलोथ, श्रीकांत रेड्डी, रवींद्र पुप्पला, बालाजी केथिनेनी, रविग्ना पेड्डी
दंत क्षय एक बहुक्रियात्मक रोग है। जनसंख्या में इसका प्रचलन और घटना विभिन्न जोखिम कारकों जैसे आयु, लिंग, सामाजिक-आर्थिक स्थिति, शर्करा जोखिम और मौखिक स्वच्छता आदतों से प्रभावित होती है। इसलिए, वर्तमान अध्ययन 5 से 12 वर्ष के आयु समूहों के बीच महबूबनगर जिले के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में स्कूल जाने वाले बच्चों में दंत क्षय के प्रचलन का आकलन करने के लिए तैयार किया गया था। सामग्री और विधियाँ: महबूबनगर के विभिन्न भौगोलिक क्षेत्रों में स्थित 8 स्कूलों से 5-12 वर्ष की आयु के कुल 1000 बच्चों का चयन किया गया। बच्चों को दो आयु समूहों में विभाजित किया गया, समूह I - 5-8 वर्ष, समूह II - 9-12 वर्ष। दंत क्षय के निदान के लिए DMFT/deft सूचकांक का उपयोग करने वाले एक प्रशिक्षित दंत चिकित्सक ने नैदानिक जांच की। परिणाम: दो समूहों में से, समूह I ने प्राथमिक दंत चिकित्सा में दंत क्षय के लिए उच्च औसत मूल्य (1.90) दिखाया और समूह II ने स्थायी दंत चिकित्सा में उच्च औसत मूल्य (1.48) दिखाया। दोनों समूहों में, सड़े हुए दांतों का प्रतिशत सबसे बड़ा था। निष्कर्ष: समूह II में स्थायी दंत चिकित्सा में दंत क्षय का प्रचलन अधिक था और समूह I में, प्राथमिक दंत चिकित्सा में यह अधिक था। शहरी क्षेत्रों की तुलना में महबूबनगर जिले के ग्रामीण क्षेत्र क्षय से अधिक प्रभावित थे।