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मगुंता गीतिका, विजय कुमार चावा
पीरियोडोंटल स्वास्थ्य कई कारकों से प्रभावित होता है जैसे कि मौखिक स्वच्छता, प्रणालीगत स्वास्थ्य और पोषण। कई अध्ययनों में पाया गया है कि संतुलित आहार पीरियोडोंटल स्वास्थ्य को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। पोषण उन लचीले कारकों में से एक है जो मेजबान की प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया और मौखिक गुहा के नरम और कठोर ऊतकों की अखंडता को प्रभावित करते हैं। हालांकि, पीरियोडोंटल रोग के विकास और प्रगति में आहार की भूमिका को कम ही समझा जाता है। इसलिए वर्तमान समीक्षा का उद्देश्य पोषण और पीरियोडोंटल रोग के बीच के संबंध को समझना है।