आईएसएसएन: 2168-9857
योरो डायलो, सेंट चार्ल्स कौका, मोहम्मद जलोह, हेनरी मलाडे, मोदौ डियोप नादियाये, मेहदी दाहेर, रामातौले ली, शेख डियोप, सेडौ डियाव और चेइकना सिला
उद्देश्य: थिएस में उन्नत प्रोस्टेट कैंसर के महामारी विज्ञान, नैदानिक और उपचारात्मक पहलुओं का अध्ययन करना।
रोगी और विधियाँ: यह 6 वर्षों (जनवरी 2012 से दिसंबर 2017) की अवधि में किया गया एक वर्णनात्मक अध्ययन है जिसमें 156 रोगी शामिल थे।
परिणाम: हमारे रोगियों की औसत आयु 75.3 वर्ष (52 से 100 वर्ष) थी। वार्षिक घटना का अनुमान 26.5 मामलों में लगाया गया था। रेफरल का औसत समय 30 महीने (3 महीने; 5 वर्ष) था। परामर्श का मुख्य कारण मूत्र संबंधी लक्षण थे। 73.71% मामलों में हड्डियों में दर्द मुख्य अतिरिक्त मूत्र संबंधी लक्षण था। अधिकांश मामलों में डिजिटल रेक्टल जांच से कैंसर का संकेत मिला (n=116)। औसत PSA 532.25 ng/mL (रेंज: 10.000-100 ng/mL) था। पैथोलॉजिकल जांच से सभी रोगियों में प्रोस्टेट एडेनोकार्सिनोमा का पता चला। ग्लीसन स्कोर 6 से 9 के बीच था, जिसका औसत 7 था। इमेजिंग में 73.71% मामलों में अस्थि मेटास्टेसिस पाया गया। मेटास्टेसिस के अन्य स्थान मुख्य रूप से फुफ्फुसीय (14.10%) और यकृत थे। समूह में से 156 रोगियों का उपचार केवल हार्मोन थेरेपी से किया गया तथा 72 रोगियों का उपचार प्रोस्टेट सर्जरी से संबंधित हार्मोन थेरेपी से किया गया।
निष्कर्ष: बेहतर निदान और उपचार के बावजूद मृत्यु दर उच्च बनी हुई है।