आईएसएसएन: 2165-7092
मनष रंजन साहू
उद्देश्य: इस अध्ययन का उद्देश्य अग्नाशय के स्यूडोसिस्ट के लिए लेप्रोस्कोपिक सिवनी बनाम स्टेपलर सिस्टोजेजुनोस्टॉमी के परिणामों की तुलना करना है। सामग्री और विधियाँ: इस पूर्वव्यापी अध्ययन में 15 से 64 वर्ष की आयु के 18 रोगियों को लेप्रोस्कोपिक सिस्टोजेजुनोस्टॉमी के अधीन किया गया था, जिनमें से 13 रोगियों को सिवनी सिस्टोजेजुनोस्टॉमी और 5 रोगियों को स्टेपलर सिस्टोजेजुनोस्टॉमी से गुजरना पड़ा। इन रोगियों का 18 महीने की अवधि के लिए पालन किया गया, जिसमें पहले मल त्याग, सर्जरी की अवधि, अस्पताल में रहने, एनैस्टोमोसिस रिसाव, पुनरावृत्ति और रुग्णता का आकलन किया गया। परिणाम: लेप्रोस्कोपिक सिवनी सिस्टोजेजुनोस्टॉमी में सर्जरी की अवधि 156.6 ± 10.4 मिनट और लेप्रोस्कोपिक स्टेपलर सिस्टो-जेजुनोस्टॉमी में 122 ± 8.8 मिनट थी। ऑपरेशन के बाद, पहली बार मल त्यागने का औसत समय सिवनी और स्टेपलर सिस्टोजेजुनोस्टॉमी के लिए क्रमशः 36 घंटे और 39 घंटे था। अस्पताल में रहने का औसत समय छह (रेंज: 5-7) दिन था। स्टेपलर सिस्टोजेजुनोस्टॉमी समूह में दो रोगियों में एनास्टोमोसिस लीक के रूप में ऑपरेशन के बाद की जटिलता थी। सिवनी समूह में कोई लीक नहीं थी। कोई पुनरावृत्ति नहीं हुई। स्टेपलर समूह में रुग्णता अधिक थी क्योंकि दो रोगियों में लीक हुई थी। निष्कर्ष: हम निष्कर्ष निकालते हैं कि लेप्रोस्कोपिक सिवनी सिस्टोजेजुनोस्टॉमी एक सुरक्षित और व्यवहार्य प्रक्रिया है और एनास्टोमोसिस की सुरक्षा और इसके परिणामस्वरूप रुग्णता के संबंध में बेहतर परिणाम देती है। सिवनी सिस्टोजेजुनोस्टॉमी ऑपरेटिव समय, आंत्र समारोह और पुनरावृत्ति के संबंध में स्टेपलर के बराबर है।