आईएसएसएन: 2161-0932
केमरा एमके*, विलियम्स अटानासे एलडी, डायरा के, ममौदौ एम, ओस्मान बी और नामोरी के
यह आवृत्ति की गणना पर आधारित एक पूर्वव्यापी और वर्णनात्मक अध्ययन था, और 1 जनवरी 2005 से 31 दिसंबर 2014 के बीच सेवा में दर्ज किए गए वल्वा कैंसर के नैदानिक महामारी विज्ञान, शरीर रचना विज्ञान और चिकित्सा विज्ञान पहलुओं का वर्णन करने के लिए था। हमने 54 वर्ष की मध्यम आयु, 22 वर्ष और 84 वर्ष की चरम आयु वाले 12 मामले दर्ज किए।
हमने इस सेवा में निदान किये गये स्त्री रोग संबंधी कैंसर के 1234 मामलों में से 1% में योनी कैंसर का मामला पाया।
दो तिहाई मरीज़ 55 वर्ष से अधिक आयु के थे तथा 75% मरीज़ एक से अधिक बच्चे पैदा करने वाले थे।
41.66% लोगों में खुजली और सूजन परामर्श का मुख्य कारण था।
FIGO (2009) के अनुसार 50% मामलों में ट्यूमर की उत्पत्ति नैदानिक चरण III में उपकला से हुई थी।
3.6% वल्वेक्टोमी का संबंध दो तिहाई मामलों में लिम्फैडेनेक्टोमी से है तथा एक मामला रेडियोथेरेपी से संबंधित है।
दर्ज किए गए कैंसर के मामले वृद्ध महिलाओं में आक्रामक उपकला प्रकार के थे। इनका उद्देश्य समय से पहले निदान और रोग की उचित देखभाल करना था।