आईएसएसएन: 2472-4971
एमएनके धनलक्ष्मी*, कार्तिका राजेंद्रन, एस.बालमुरुगन
परिचय: इंट्रामस्क्युलर मायक्सोमा मस्कुलोस्केलेटल सिस्टम का एक सौम्य नरम ऊतक ट्यूमर है जो अपेक्षाकृत असामान्य है। अधिकांश रोगी अपने जीवन के चौथे से आठवें दशक में हैं, जिनमें महिलाओं की थोड़ी अधिकता है। जांघ, कंधे, नितंब और बाहों की बड़ी मांसपेशियां सूजन से सबसे अधिक प्रभावित होती हैं। केवल हिस्टोपैथोलॉजी ही ट्यूमर का निश्चित निदान प्रदान कर सकती है। छांटने के बाद स्थानीय पुनरावृत्ति असामान्य है।
केस रिपोर्ट: 63 वर्षीय महिला मरीज़ हमारे पास बाईं जांघ में लगभग 17 × 10 × 3 सेंटीमीटर की सूजन के साथ आई थी। उसकी पूरी तरह से जांच की गई, और सूजन को पूरी तरह से हटा दिया गया। हिस्टोपैथोलॉजी से पता चला कि निकाली गई ठोस-सिस्टिक सूजन एक इंट्रामस्क्युलर मायक्सोमा थी।
निष्कर्ष: ट्यूमर की दुर्लभता और तंत्रिका म्यान मायक्सोमा, सारकोमा, इंट्रामस्क्युलर लिपोमा, हेमांगीओमा, हेमेटोमा और डेस्मॉइड ट्यूमर के विभेदक निदान में इसका महत्व इस केस रिपोर्ट प्रस्तुति का मुख्य उद्देश्य है। एक और विशिष्ट विशेषता यह है कि, इसका सटीक निदान केवल छांटने के बाद हिस्टोपैथोलॉजिकल जांच के बाद ही किया जा सकता है।