स्त्री रोग और प्रसूति विज्ञान

स्त्री रोग और प्रसूति विज्ञान
खुला एक्सेस

आईएसएसएन: 2161-0932

अमूर्त

सिजेरियन डिलीवरी में सर्जिकल साइट पर सहवर्ती संक्रमण का प्रभाव

सुवर्णा राय

पृष्ठभूमि: प्रसूति में सिजेरियन सेक्शन सबसे आम सर्जरी है। गर्भावस्था शारीरिक रूप से प्रतिरक्षाविहीन अवस्था है। इसलिए, यह सर्जरी से पहले, उसके दौरान और बाद में कई संक्रमणों के लिए प्रवण है। इस अध्ययन का उद्देश्य यह निर्धारित करना है कि क्या इनमें से किसी भी सहवर्ती संक्रमण का सर्जिकल साइट उपचार पर प्रभाव पड़ता है।

विधियाँ: यह अगस्त 2013 से दिसंबर 2014 तक 16 महीने की अवधि में किया गया एक संभावित अध्ययन है। हमने उन रोगियों को नामांकित किया जो हमारे संस्थान में सिजेरियन डिलीवरी करवा चुके थे और साथ ही साथ असंबंधित सहवर्ती संक्रमणों से पीड़ित थे। हमने देखा कि इन सभी मामलों में सर्जरी वाली जगह कैसे ठीक हुई।

परिणाम: सहवर्ती संक्रमण वाले 79 मामलों में से 15 में घाव का संक्रमण था। इनमें से 10 मामले (71.43%) LRTI के कारण घाव में संक्रमण हुआ और उनमें से 8 (80%) को फिर से टांके लगाने की आवश्यकता पड़ी। LRTI के 1 मामले में घाव का खुलना और उसके बाद गर्भाशय त्वचीय फिस्टुला हुआ। UTI के 2 (16.67%) और URTI के (13.22%) मामलों और डेंगू बुखार के 1 मामले में भी घाव ठीक से नहीं भर पाया।

निष्कर्ष: निचले श्वसन पथ के संक्रमण वाले रोगियों की सर्जिकल साइटों का पूर्वानुमान सभी सह-अस्तित्व वाले संक्रमणों में सबसे खराब था। उन्हें सबसे खराब घाव भरने और घाव के संक्रमण की सबसे अधिक दर का सामना करना पड़ा। इन सर्जिकल साइटों को भी ज्यादातर री-टांका लगाने की आवश्यकता थी।

अस्वीकरण: इस सार का अनुवाद कृत्रिम बुद्धिमत्ता उपकरणों का उपयोग करके किया गया था और अभी तक इसकी समीक्षा या सत्यापन नहीं किया गया है।
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