आईएसएसएन: 2161-0487
Shashidhar Acharya, Kalyana Chakravarthy Pentapati, Deepak Kumar Singhal, Arun Singh Thakur and Shruthi Acharya
उद्देश्य: सामाजिक-दंत प्रभाव नियंत्रण पैमाना (एसआईएलओसी) विकसित करना तथा मौखिक स्वास्थ्य स्थिति के साथ-साथ दंत चिकित्सा देखभाल के साथ इसके संबंध का अध्ययन करना।
सामग्री और विधियाँ: पायलट अध्ययन में, 100 छात्रों ने मल्टी डायमेंशनल हेल्थ लोकस ऑफ़ कंट्रोल (MHLC) और (SILOC) स्केल वाले भरे हुए फॉर्म लौटाए। मुख्य अध्ययन में, तीन स्कूलों के 509 किशोर स्कूली बच्चों ने SILOC स्केल वाले भरे हुए फॉर्म लौटाए और उनके मौखिक स्वास्थ्य की स्थिति और दंत चिकित्सा की जांच की गई।
परिणाम: SILOC स्कोर MHLC स्कोर के साथ अत्यधिक सहसंबद्ध थे। 0.75 के क्रोनबैक अल्फा ने इसकी आंतरिक संगति को दर्शाया। उच्च SILOC स्कोर वाले लोगों में क्षय, प्लाक, मसूड़े की सूजन और आवश्यक दंत चिकित्सा यात्राओं को स्थगित करने का इतिहास अधिक था। संभावित भ्रमित करने वाले कारकों के समायोजन के बाद बहुविध लॉजिस्टिक प्रतिगमन विश्लेषण से पता चला कि उच्च SILOC स्कोर वाले लोगों में अन्य लोगों की तुलना में क्षय (OR=3.32, p<0.001), प्लाक (OR=1.83, p=0.026), मसूड़े की सूजन (OR=1.80, p=0.012) और 'आवश्यक दंत चिकित्सा उपचार को स्थगित करने' (OR=4.5, p<0.001) का इतिहास होने की अधिक संभावना थी।
निष्कर्ष: SILOC पैमाने ने भारतीय किशोर आबादी में सामाजिक-दंत चिकित्सा प्रभावों के संबंध में नियंत्रण बिंदु अभिविन्यास को मापने में संतोषजनक विश्वसनीयता और वैधता दिखाई।