आईएसएसएन: 2332-0915
दीपिका शुक्ला, दीपिका बबलानी, अमन चौधरी, रवीना थापर और पुनीत गुप्ता
पृष्ठभूमि: अध्ययन का उद्देश्य मानसिक रूप से विकलांग व्यक्तियों में कपाल-चेहरे के क्षेत्रों में भिन्नता का पता लगाना और इन व्यक्तियों में मैलोक्लुजन की व्यापकता का पता लगाना है।
विधियाँ: भारत के दंत चिकित्सा संकाय में विशेष शिक्षा कार्यक्रम में भाग लेने वाले रोगियों में मैलोक्लुजन की पहचान की गई और कपालमितीय माप प्राप्त किए गए।
परिणाम: अध्ययन की गई आबादी में मैलोक्लुजन की व्यापकता 83% थी। क्रैनियोमेट्रिक विश्लेषण से पता चला कि अलग-अलग समूहों में ब्रेकीसेफेलिक, मेसोसेफेलिक और हाइपरब्रेकीसेफेलिक सिर के आकार अलग-अलग थे।
निष्कर्ष: भारत में, मानसिक रूप से विकलांग व्यक्तियों में सामान्य जनसंख्या की तुलना में मैलोक्लुज़न का प्रचलन अधिक है और इन व्यक्तियों की कपाल विशेषताओं का मूल्यांकन चिकित्सकों और शोधकर्ताओं के लिए मददगार हो सकता है।