आईएसएसएन: 2161-0932
जय शंकर*, खान एमएम, कुरेशी के, कुमारी के, तारिक आर, अमीर एसयू, कुमारी सी, रॉय एम, आफताब एन, खुहरो ए
उद्देश्य: इस अध्ययन का उद्देश्य गर्भावस्था के दौरान SARS-CoV-2 की नैदानिक अभिव्यक्तियों और नवजात शिशु में ऊर्ध्वाधर संचरण के जोखिम का निष्कर्ष निकालना है। सामग्री और विधियाँ: यह 2 जून 2020 से 18 जून 2020 तक लियाकत नेशनल हॉस्पिटल एंड मेडिकल कॉलेज कराची, पाकिस्तान में भर्ती COVID-19 पॉजिटिव 40 गर्भवती महिलाओं में किया गया एक भावी अध्ययन है। सभी 40 रोगियों को नाक और मौखिक स्वाब के नमूने पर मात्रात्मक आरटी-पीसीआर (q RT-PCR) के उपयोग से गंभीर तीव्र श्वसन सिंड्रोम कोरोना वायरस 2 (SARS-CoV-2) के लिए पॉजिटिव पाया गया। हमने गर्भावस्था के दौरान SARS-CoV-2 की नैदानिक अभिव्यक्तियों और नवजात शिशु में ऊर्ध्वाधर संचरण के जोखिम का आकलन किया। परिणाम: इस अध्ययन में COVID-19 से पीड़ित कुल चालीस गर्भवती महिलाओं को शामिल किया गया चालीस में से बारह मरीज बुखार से पीड़ित थे और उनके शरीर का तापमान 38-39 डिग्री सेल्सियस के बीच था, लेकिन किसी को भी प्रसवोत्तर बुखार नहीं था। ऊपरी श्वास नलिका के संक्रमण के अन्य लक्षण भी पाए गए: पंद्रह मरीजों को खांसी थी, बत्तीस को सांस लेने में तकलीफ थी, बारह ने गले में खराश की शिकायत की और बीस ने अस्वस्थता का संकेत दिया, पांच को दस्त हुआ और चार को स्वाद का नुकसान हुआ। COVID-19 निमोनिया से पीड़ित बीस गर्भवती महिलाओं में श्वेत रक्त कोशिका की संख्या बढ़ी हुई थी (>11.0X10^9), जबकि पांच में ल्यूकोपेनिया (<4.0X10^9) दिखा। SARS-CoV-2 की उपस्थिति की जांच सभी नवजात शिशुओं में नाक और मुंह के स्वाब से लिए गए नमूने के माध्यम से की गई; हालांकि किसी भी परीक्षण में इन नमूनों में SARS-CoV-2 का पता नहीं चला। निष्कर्ष: गर्भवती महिलाओं में COVID-19 के लक्षण