आईएसएसएन: 0975-8798, 0976-156X
अपर्णा एम, श्रीकुमार एस*, थॉमस टी, हेज वी
पृष्ठभूमि: स्कूली बच्चों के स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है क्योंकि वे हर देश में भविष्य के लक्ष्य हैं। समाज की बेहतरी के लिए उनकी बीमारी की व्यापकता और रोकथाम को अद्यतन किया जाना चाहिए।
सामग्री और विधियाँ: मैंगलोर शहर के विभिन्न क्षेत्रों में 5-16 वर्ष आयु वर्ग के 6198 बच्चों में एक क्रॉस-सेक्शनल अध्ययन किया गया। विश्व स्वास्थ्य संगठन के मानदंड 1997 का उपयोग करके क्षय, गुम और भरे हुए दांत (डीएमएफटी)/डीएमएफटी सूचकांक द्वारा दंत क्षय की स्थिति का आकलन किया गया। प्रत्येक विषय से एकत्रित डेटा का सांख्यिकीय रूप से विश्लेषण किया गया ताकि दो सैंपल टी टेस्ट और ची स्क्वायर टेस्ट का उपयोग करके दंत क्षय की व्यापकता का पता लगाया जा सके।
परिणाम: स्कूली बच्चों में कुल दंत क्षय का प्रचलन 63.5% था। पुरुषों में सड़े हुए, भरे हुए और छूटे हुए दांत 63.9%, 7.05%, 7.02% थे और महिलाओं में सड़े हुए, छूटे और भरे हुए दांतों का प्रतिशत क्रमशः 63%, 6.02%, 6.13% था। पुरुषों और महिलाओं की आबादी के बीच औसत DMFT स्कोर क्रमशः 2.54 ± 2.84 और 2.50 ± 2.85 थे। सबसे अधिक क्षय प्रवण समूह 5-7 वर्ष की आयु के बीच (71.8%) और सबसे कम 14-16 वर्ष की आयु के बीच (56.71%) था।
निष्कर्ष: वर्तमान अध्ययन से पता चला है कि अन्य स्कूल जाने वाले आयु समूहों की तुलना में पूर्वस्कूली बच्चों में दंत क्षय अधिक प्रचलित है।