आईएसएसएन: 2155-9570
राणा समीर मोहम्मद, महमूद अहमद कमाल, मोहम्मद मुस्तफा दबीस, खालिद कोटब अब्दुल्ला मोहम्मद
उद्देश्य: उन्नत गहराई इमेजिंग ऑप्टिकल कोहेरेंस टोमोग्राफी (ईडीआई-ओसीटी) का उपयोग करके केंद्रीय कोरोइडल मोटाई (सीसीटी) पर रैनबिजुमैब के इंट्राविट्रियल इंजेक्शन (आईवीआई) के प्रभाव का आकलन करना और डायबिटिक मैकुलर एडिमा से प्रभावित केंद्र वाली आंखों में केंद्रीय मैकुलर मोटाई (सीएमटी) और सर्वश्रेष्ठ संशोधित दृश्य तीक्ष्णता (बीसीवीए) के साथ इसके सहसंबंध का आकलन करना।
सामग्री और विधियाँ: संभावित हस्तक्षेपात्मक अध्ययन जिसमें 60 आंखें शामिल होंगी, जिनमें मधुमेह मैक्यूलर एडिमा शामिल होगी, जिन्हें रैनिबिजुमैब की लगातार तीन मासिक IVI दी जाएगी।
परिणाम: बेसलाइन CCT 256 µm-432 µm (औसत 322.1 ± 63.17 SD) से घटकर 227 µm-303 µm (औसत 271.6 ± 26.53 SD) हो गई। बेसलाइन CMT 401 µm-718 µm (औसत 526.45 ± 99.63 SD) से घटकर 248 µm-444 µm (औसत 382.85 ± 119.66 SD) हो गई। बेसलाइन BCVA 0.4-1.0 logMAR (औसत 0.83 ± 0.22 SD) से बढ़कर 0.1-1.0 logMAR (औसत 0.45 ± 0.29 SD) हो गई। हमने पूरे अध्ययन में सीसीटी में प्रतिशत कमी और सीएमटी में प्रतिशत कमी के साथ-साथ बीसीवीए में प्रतिशत सुधार के बीच एक गैर-महत्वपूर्ण सहसंबंध पाया। हालांकि पूरे अध्ययन में सीएमटी में प्रतिशत कमी और बीसीवीए में प्रतिशत सुधार के बीच सांख्यिकीय रूप से महत्वपूर्ण सकारात्मक सहसंबंध पाया गया।
निष्कर्ष: डायबिटिक मैकुलर एडिमा से जुड़े केंद्र के उपचार में रैनबिजुमैब के IVI के परिणामस्वरूप कोरॉइडल रक्त वाहिकाओं की पारगम्यता में कमी आती है और साथ ही सब-फोवियल कोरॉइडल मोटाई (SFCT) भी कम हो जाती है। हालाँकि हम CCT में प्रतिशत कमी, CMT में प्रतिशत कमी और BCVA में प्रतिशत सुधार के बीच सांख्यिकीय रूप से महत्वपूर्ण सहसंबंध स्थापित नहीं कर सके।