स्त्री रोग और प्रसूति विज्ञान

स्त्री रोग और प्रसूति विज्ञान
खुला एक्सेस

आईएसएसएन: 2161-0932

अमूर्त

किशोर स्त्री रोग: उत्तर भारत के एक तृतीयक देखभाल केंद्र में बाह्य रोगी अध्ययन

पल्लवी गुप्ता, वर्तिका मिश्रा

उद्देश्य और लक्ष्य: उत्तर भारत में तृतीयक देखभाल केंद्र के बाह्य रोगी विभाग (ओपीडी) में आने वाली 10-19 वर्ष की किशोरियों में विभिन्न स्त्री रोग संबंधी समस्याओं की व्यापकता, कारण, आवश्यक उपचार और परिणामों का अध्ययन करना।

सामग्री और विधियाँ: यह अध्ययन उत्तर भारत के एक तृतीयक देखभाल केंद्र के स्त्री रोग संबंधी ओपीडी में आने वाले 10-19 वर्ष आयु वर्ग के रोगियों पर किया गया एक अस्पताल आधारित भावी अध्ययन है। विस्तृत इतिहास, शारीरिक परीक्षण, प्रासंगिक जांच, आवश्यक उपचार और परिणामों को नोट किया गया और उनका मूल्यांकन किया गया।

परिणाम: अध्ययन अवधि के दौरान कुल 70 किशोर लड़कियाँ स्त्री रोग संबंधी शिकायतों के साथ बाह्य रोगी विभाग में आईं। मासिक धर्म शुरू होने की औसत आयु 13.5 वर्ष थी और लगभग दो तिहाई रोगी मासिक धर्म संबंधी शिकायतों के साथ आए थे।

निष्कर्ष: निष्कर्षतः, हमारे देश के इस अत्यंत महत्वपूर्ण वर्ग के स्वस्थ और समग्र विकास को सुनिश्चित करने के लिए किशोरों, विवाहित और अविवाहित लड़कियों को निवारक, उपचारात्मक और परामर्श सेवाएं और नियमित जांच नियमित रूप से प्रदान की जानी चाहिए।

अस्वीकरण: इस सार का अनुवाद कृत्रिम बुद्धिमत्ता उपकरणों का उपयोग करके किया गया था और अभी तक इसकी समीक्षा या सत्यापन नहीं किया गया है।
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