आईएसएसएन: 2161-0932
इलेओगबेन संडे-अदेओये, बाबाफेमी डेनियान, केनेथ एकवेडिग्वे, डानलाडी दंतानी और संडे उगुरु
उद्देश्य: मूत्राशय-योनि फिस्टुला (VVF) मूत्राशय की पथरी के साथ सह-अस्तित्व में हो सकता है। परंपरागत रूप से, प्रबंधन में पथरी को निकालना और फिस्टुला की मरम्मत को स्थगित करना शामिल है। अध्ययन का उद्देश्य इस संयोजन वाली महिलाओं के प्रबंधन में हमारे निष्कर्षों को प्रस्तुत करना है।
कार्यप्रणाली: यह दिसंबर 2008 से जून 2014 तक नेशनल ऑब्सटेट्रिक फिस्टुला सेंटर, अबाकालिकी, नाइजीरिया में प्रबंधित वेसिको-वेजाइनल फिस्टुला और मूत्राशय पथरी वाली तेईस महिलाओं की पूर्वव्यापी समीक्षा है। बीस महिलाओं के केस इतिहास, शारीरिक निष्कर्ष, जांच के परिणाम, ऑपरेशन नोट्स और फॉलो-अप नोट्स उपलब्ध थे और इस समीक्षा का आधार बनते हैं।
परिणाम: मूत्राशय-योनि फिस्टुला रोगियों में मूत्राशय की पथरी का प्रचलन 1.45% था। अधिकांश मूत्राशय की पथरी को ट्रांसवेजिनल मार्ग से निकाला गया। अधिकांश मामलों (55%) में, पथरी को निकालना और फिस्टुला की मरम्मत एक ही बैठक में की गई। 95 प्रतिशत रोगियों की मरम्मत सफल रही।
निष्कर्ष: यह निष्कर्ष बताता है कि मूत्राशय की पथरी और मूत्राशय-योनि फिस्टुला का सह-अस्तित्व असामान्य है। नैदानिक निदान आमतौर पर पर्याप्त होता है। अच्छी तरह से चयनित मामलों में पथरी को हटाने के साथ-साथ फिस्टुला की मरम्मत सुरक्षित रूप से एक ही बैठक में की जा सकती है, जो इस संयोजन के प्रबंधन में एक आदर्श बदलाव का सुझाव देता है।