आईएसएसएन: 2165- 7866
मेल्विन थॉमस, गिरीश सिंह ठकुराठी, हरेश सावलानी और विपुल सांखे
इंटरनेट आज हमारे जीवन का अभिन्न अंग बन गया है। वर्ल्ड वाइड वेब जो एक छोटे से नीरस डेटा भंडार के रूप में शुरू हुआ था, अब विशाल और अपूरणीय बन गया है। वर्तमान गतिविधियाँ आंशिक रूप से या पूरी तरह से आभासी दुनिया से जुड़ी हुई हैं, जिन्हें उच्च स्तर पर अनुकूलित किया जा सकता है। हमारे दैनिक जीवन से जुड़ी हर गतिविधि को डिजिटल दुनिया में किसी न किसी इकाई से मैप और संबंधित किया जाता है। दुनिया ने इंटरनेट और 3D स्टीरियोस्कोपिक डिस्प्ले में बहुत प्रगति देखी है। उपयोगकर्ताओं को एक नए स्तर का अनुभव प्रदान करने के लिए दोनों को मिलाने का समय आ गया है। 3D इंटरनेट एक ऐसा विचार है जिसे अभी लागू किया जाना है और इसके लिए ऐसे ब्राउज़र की आवश्यकता है जिसमें गहराई की धारणा और कृत्रिम बुद्धिमत्ता की विशेषता हो। यदि इस विशेषता को शामिल किया जाता है तो इंटरनेट ऑफ़ थिंग्स का विचार एक वास्तविकता बन सकता है जिसकी चर्चा इस पेपर में भी की गई है। इस पेपर में हमने 3D इंटरनेट के कार्यान्वयन में आने वाली विशेषताओं, संभावित सेटअप विधियों, अनुप्रयोगों और लाभों और बाधाओं पर चर्चा की है। इस पेपर के माध्यम से हम 3D इंटरनेट और इससे जुड़े संभावित लाभों के बारे में एक स्पष्ट विचार प्रदान करना चाहते हैं जो स्पष्ट रूप से इसके कार्यान्वयन के लिए आवश्यक वित्तीय निवेश की राशि के लायक हैं।